किसी भी वनडे मैच से ठीक पहले अक्सर एक भारतीय क्रिकेटर का नाम सोशल साइट पर ट्रेंड में आता है. वो हैं अजिंक्य रहाणे. अगर उन्हें टीम से बाहर रखा गया तब भी और अगर प्लेइंग इलेवन में शामिल कर लिया गया तब तो आना पक्का है. लेकिन, एक ऐसा नाम भी है, जिसे अक्सर अच्छी परफॉर्मेंस करने के बाद भी विराट की टीम से बाहर कर दिया जाता है.
बावजूद इसके वो आईसीसी वनडे रैंकिंग की टॉप-10 की लिस्ट में बना रहता है. वह कोई और नहीं, अक्षर पटेल हैं. वे नंबर वन इंडियन स्पिनर और वर्ल्ड में 10वें रैंक के बॉलर हैं. इस हफ्ते की रैंकिग में जसप्रीत बुमराह भले ही उनसे आगे आ गये हों लेकिन पिछले कई हफ्तों से टॉप 10 में वो इकलौते भारतीय गेंदबाज़ थे.
अजीब बात ये है कि इस खिलाड़ी के बाहर होने पर क्रिकेट विशेषज्ञों के बीच कोई खास चर्चा भी नहीं होती. सोशल मीडिया पर कप्तान और कोच से सवाल नहीं किया जाता. आखिर क्यों? जिसके बाहर होने पर ना चर्चा होती है और ना ही अंदर आने पर ज़बरदस्त उत्साह दिखाया जाता है. ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हो रहा है.
मौजूदा वनडे सीरीज की ही बात करें तो उन्हें चार मैचों में मौका मिला, लेकिन आखिरी मुकाबले से बाहर रखा गया. ऐसा भी नहीं है कि वो चोटिल हों या अधिक मैच की वजह से थक गए हों. इस 23 साल के गुजराती बॉलर ने सीरीज में 4 मैच में 6 विकेट लिए थे. दांबुला में 34 रन देकर 3 विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा.
क्यों शामिल करना चाहिए प्लेइंग इलेवन में?
दौरे का इकलौता टी-20 मैच बुधवार को है. अब देखने वाली बात ये है कि सिर्फ 34 वनडे में 41 विकेट लेने वाले इस बॉलर को टीम में शामिल किया जाता है या नहीं. हालांकि, अगर उन्हें शामिल जाता है तो टीम इंडिया को फायदा ही मिलेगा, क्योंकि ये लेफ्ट ऑर्म स्पिनर बॉलिंग के साथ-साथ अच्छी बैटिंग भी कर लेता है. जरूरत पड़ने पर लंबे-लंबे शॉट भी लगा सकता है.
जून, 2016 में खेला था आखिरी टी20
17 जुलाई, 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने अब तक सिर्फ 7 टी-20 खेले हैं. उन्होंने अंतिम टी-20 मैच 22 जून, 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था. इस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 18 रन देकर एक विकेट लिए थे, जबकि बुमराह को कोई विकेट ही नहीं मिला था. तब से लेकर अब तक भारतीय टीम ने 6 मैच खेले हैं.
17 जुलाई, 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने अब तक सिर्फ 7 टी-20 खेले हैं. उन्होंने अंतिम टी-20 मैच 22 जून, 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था. इस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 18 रन देकर एक विकेट लिए थे, जबकि बुमराह को कोई विकेट ही नहीं मिला था. तब से लेकर अब तक भारतीय टीम ने 6 मैच खेले हैं.
सोचने पर मजबूर करने वाली बात ये है कि उन्हें टीम में तो रखा जाता है, लेकिन प्लेइंग इलेवन से आउट कर दिया जाता है. संघर्ष के दौर से गुजरने वाली किंग्स इलेवन पंजाब अक्षर गेंद और बल्ले दोनों से आईपीएल में धमाल मचाते रहे हैं और इसी प्रदर्शन के चलते उन्हें पहली बार टीम इंडिया में मौका भी मिला था.
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